Network facility in Siachen by Reliance Jio first time 2025
13 जनवरी 2025 को रिलायंस जियो ने इतिहास रच दिया। कंपनी ने भारतीय सेना के साथ मिलकर सियाचिन ग्लेशियर में पहली बार 4G और 5G नेटवर्क की सुविधा प्रदान की। ये नेटवर्क सेवा सैनिकों के लिए एक वरदान है, जो अब दुनिया के सबसे ऊंचे और दुर्गम युद्धक्षेत्र में भी अपने परिवार और मुख्यालय से संपर्क कर सकेंगे।
Why is connectivity important in Siachen?
सियाचिन ग्लेशियर दुनिया का सबसे ऊंचा युद्धक्षेत्र है, जहां जीवनयापन करना ही बहुत बड़ी चुनौती है। यहां का तापमान -50°C तक पहुंच जाता है। ऐसे में, सैनिकों के पास सीमित संचार सुविधाएं थीं, जिससे उनका परिवार से संपर्क करना लगभग असंभव हो जाता था।
Special initiative of Reliance Jio

जियो ने अत्याधुनिक तकनीक और सैटेलाइट उपकरणों का इस्तेमाल कर यहां 4G और 5G नेटवर्क स्थापित किया। इस पहल ने न केवल सैनिकों के परिवार से जुड़ने का रास्ता खोला, बल्कि सैन्य अभियानों के लिए भी बेहतर कनेक्टिविटी प्रदान की।
Main challenges
- खराब मौसम: भारी बर्फबारी और शून्य से नीचे तापमान।
- ऊंचाई का असर: सामान्य उपकरण ऐसी परिस्थितियों में काम नहीं कर पाते।
How was the solution done?
जियो ने विशेष उपकरण और तकनीक का इस्तेमाल किया, जो अत्यधिक ठंड और कठिन परिस्थितियों में भी बेहतरीन प्रदर्शन करते हैं।

What changed for the soldiers?
- परिवार से संपर्क: अब सैनिक आसानी से अपने परिवार से जुड़ सकते हैं।
- मनोबल में वृद्धि: संपर्क बढ़ने से सैनिकों का मनोबल मजबूत हुआ है।
- बेहतर सुरक्षा: आपातकालीन स्थितियों में तुरंत जानकारी साझा करना अब संभव होगा।
Major contribution to national security
सियाचिन में कनेक्टिविटी बढ़ने से सेना की खुफिया और ऑपरेशनल क्षमता में सुधार होगा। दुश्मन गतिविधियों पर नजर रखना और तेज प्रतिक्रिया देना अब और भी आसान होगा।
Further Plans
रिलायंस जियो की योजना है कि आने वाले समय में लद्दाख, अरुणाचल प्रदेश, और अन्य दुर्गम क्षेत्रों में भी इसी तरह की सेवाएं प्रदान की जाएं। इससे डिजिटल इंडिया के विजन को बल मिलेगा।
Outcome
रिलायंस जियो का यह कदम सिर्फ तकनीकी सफलता नहीं है, बल्कि यह हमारे सैनिकों और उनके परिवारों के लिए एक भावनात्मक और व्यावहारिक राहत भी है। यह पहल न केवल सैनिकों के लिए मददगार है, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा और देश के दूरस्थ क्षेत्रों को मुख्यधारा से जोड़ने का भी बड़ा माध्यम बनेगी।
तो, अब सियाचिन से भी देश के हर कोने तक कनेक्टिविटी का सपना सच हो रहा है!